डिज़ाइन हमेशा आपके द्वारा तैयार की जा रही किसी भी चीज़ से जुड़ा हुआ है. एक डिज़ाइनर/डिज़ाइन सीखने वाले के रूप में आपको वास्तविक उपयोगकर्ता की आवश्यकताएं समझनी हैं. जिन डिज़ाइनर्स को विचार करने, सिद्धांत का प्रमाण देने और सर्वोत्तम सेवाओं वाले नए उत्पादों के प्रोटोटाइप बनाने में मदद चाहिए, उनके लिए डिज़ाइन के बारे में विचार करना एक अभ्यास है.
RIMT-DESINNO CoE की स्थापना अंशधारकों की सहानुभूति, चुस्त, शोध और दयाभाव से डिजाइन विचार के मुख्य बिंदु पर ध्यान केंद्रित करने के लिए की गई है. नए डिजाइन विचार पाठ्यक्रम उद्देश्य पूर्ण करने की जानकारी देते हुए ग्राहक की वास्तविक समस्याएं बताने और संभावित नए समाधानों का परीक्षण करने के आवश्यक दृष्टिकोण शामिल किए गए हैं.
इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और प्रबंधकीय कौशल के साथ संयुक्त रूप से डिजाइन शिक्षा उपयोगकर्ताओं की इच्छाएं और जरूरतें प्रस्तुत करने के विशेष तरीके खोजकर और आवश्यक व उल्लेखनीय परिणाम देने की नई एवं भिन्न विशेषताओं वाले प्रोटोटाइप बनाने के सिद्दांतों के प्रमाण देखकर विचार का परीक्षण करने के लिए त्वरित डिज़ाइन निर्माण की सुविधा देने के साथ मानवीय आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
भविष्य में डिज़ाइन विचार की शिक्षा उस व्यक्तित्व, सहानुभूति और प्रयोग के माध्यम से वर्तमान समय की समस्याओं के लिए डिजाइनिंग से आगे बढ़ने का एक दृष्टिकोण है, जो पूर्वानुमान और रणनीतिक दूरदर्शिता के माध्यम से विभिन्न टूल, कार्यप्रणालियों, प्रक्रियाओं और विधियों से पूरे किए जाते हैं.
‘RIMT DESINNO – उत्कृष्टता केंद्र’ में एकीकृत उत्पाद डिजाइन के इच्छुक लोगों के पास भविष्य के उत्पादों के लिए एक डिजाइन सोच का दृष्टिकोण होगा, विशेष रूप से बहु-विषयक दृष्टिकोण और विश्लेषण के साथ उत्पाद डिजाइन के लिए तैयार की गई गतिविधियां, जिनमें निम्न शामिल हैं:
टीम के सदस्य: आनंद कुमार, विष्णु कार्थी और संकाय टीम
इंडस्ट्रियल पार्टनर: मेसर्स एक्सिओम इंडिया प्रा. लिमिटेड दिल्ली
वर्तमान समय में विश्वभर का ऑटोमोबाइल उद्योग वैकल्पिक/कम ऊर्जा-खपत के विकल्प उपयोग करने के प्रयास में एक आदर्श बदलाव करने की स्थिति में है. इस प्रकार का बदलाव करने के लिए भारत में भी विद्युत संचालित वाहन निर्माण करने पर निवेश किया जा रहा है. तेल आयात करने का बोझ, बढ़ता हुआ प्रदूषण, साथ ही साथ वैश्विक जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता वे कारक हैं, जिनके कारण विद्युत संचालित वाहन निर्माण तेजी से करने की भारत की नई नीतियां उपयोग में लायी जा रही हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों के लिए अधिकतम 25 किमी/घंटा स्पीड (ड्राइविंग लाइसेंस या दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं) और एक बार में 60-70 किलोमीटर की सीमा तक चलाए जा सकने वाले डबल सीट की सुविधा के E3W (इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर) वाहन का निर्माण करना है, जो शहर के अंतर्गत यात्रा करने और मुख्य सड़क से यात्री के घर तक आने-जाने के लिए बाइक के बदले उपयोग करने का (छत की सुविधा और सामान के लिए पर्याप्त स्थान) बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है. हमें यह वाहन विशेष रूप से काम-कामी महिलाओं, कॉलेज स्टूडेंट्स, गृहिणियों और बुजुर्ग लोगों को उपलब्ध कराना है. कुल मिलाकर यह फ़ंक्शन के अनुसार कार्य करने का विद्युत संचालित वाहन है.
नए उत्कृष्टता केंद्र में वाहन का एक प्रोटोटाइप तैयार किया गया है, जैसा कि नीचे दिए गए चित्रों में दिखाया गया है, ये चित्र आरआईएमटी फैसिलिटी की नई प्रयोगशाला में उपलब्ध सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर उपकरणों का उपयोग कर डेवलप किए गए हैं.
टीम के सदस्य: संप्रिया जैन, लावनिया मल्होत्रा और संकाय टीम
इंडस्ट्रियल पार्टनर: मेसर्स सिम्बियोनिक टेक प्रा। लिमिटेड, चेन्नई
प्रोजेक्ट में एक नया कृत्रिम आर्म डेवलप किया जा रहा है और इस कार्य में कंपनी Symbionic Tech के द्वारा मदद की जा रही है, यह कंपनी चेन्नई में स्थित है. एर्गोनॉमिक्स, स्थिरता, सामर्थ्य, सामग्री और निर्माण के संदर्भ में एक मानव-केंद्रित तरीके से एक सस्ते नए कृत्रिम आर्म को समझना और बनाना है. उत्पाद का लक्ष्य संभावित सबसे किफायती पैमाने पर बायोनिक आर्म की सर्वोत्तम कार्यक्षमता और स्वतंत्रता सीमा प्रदान करना है.
भविष्य में कंपनी का लक्ष्य ग्राहक की इच्छा के अनुसार विभिन्न अनुकूलन योग्य कवर तैयार करना है, जिससे ग्राहक अपना आर्म स्वयं चुन सकें. RIMT फैसिलिटी के एक नए केंद्र में इंजीनियरिंग प्रोटोटाइप डिजाइन और डेवलप किया है, जैसा कि नीचे दिए गए चित्रों में दिखाया गया है. नए प्रोडक्ट का परीक्षण किया गया है और इसमें अधिक डेवलपमेंट करने के लिए इसे कंपनी के पास डिलीवर कर दिया है.